स्वामी विवेकानंद भारतीय इतिहास के एक मिथक पुरुष बन गये हैं. उनके बारे में बहुत लिखा जाता है किंतु उनके नरेंद्र से विवेकानंद बनने की कठिन यात्रा पर बहुत कम चर्चा होती है. यह पुस्तक विवेकानंद के विवेकानंद बनने की प्रक्रिया का प्रामाणिक, शोध आधारित विश्लेषण करती है.